आज दिनांक 07/12/2019 को व्हीआईएसएम ग्रुप आॅफ स्ट्डीज़ के अन्तर्गत संचालित जय इंस्टीटयूट आॅफ नर्सिंग एण्ड रिसर्च में रिसर्च मैथोडोलाॅजी एण्ड करन्ट रिसर्च ट्रेड इन नर्सिंग विषय पर नेशनल कान्फ्रंेस का शुभांरभ हुआ। कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्जवलन एवं सरस्वती वंदना से की गई। कार्यक्रम में देश के विभिन्न शिक्षा संस्थानो से पधारे ख्याति प्राप्त विद्वानो ने अपने शोधो एवं विचारो को साझा किया। कान्फ्रंेस में लगभग 10 स्पीकर्स ने नर्सिंग विषय में किये जा रहें शोधो एवं उससे प्राप्त नतीजो पर प्रकाश डालते हुए अपने विचार व्यक्त किये। जिसमें मुख्यअतिथि के रूप में आई.जी. ग्वालियर एवं अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक म.प्र. पुलिस श्री राजा बावू सिंह सेंगर उपस्थित थे एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता डाॅ. डी.के. दुबे डायरेक्टर डीआरडीओ ने की। गेस्ट आॅफ आॅनर के रूप में डाॅ. सरोज कोठारी, डीन ज्ीआरएमसी एवं डाॅ. ए.के. गुप्ता असि. डायरेक्टर डीआरडीओ उपस्थित रहें। कार्यक्रम के प्रारंभ में कान्फ्रंेस की सोविनियर एवं वर्ष 2020 के वार्षिक कैलेडर का लोकार्पण हुआ। मुख्य अतिथि श्री राजा बावू ने अपने उद्बोदन में कहा कि नर्सिंग प्रोफेशन दुनिया के सबसे श्रेष्ठ प्रोफेशन में से एक है। महात्मा गांधी के 150वे जंयती के वर्ष में व्हीआईएसएम द्वारा नर्सिंग विषय पर कान्फ्रंेस आयोजित करना हर्ष का विषय है क्योकि गंाधी जी ने भी 30 साल की उम्र में मानवता की सेवा के लिए नर्सिंग प्रशिक्षण प्राप्त किया था। नर्सिंग एक मानव सेवा का विषय है एवं इसमें रिचर्स की संभावनाए सदेव बनी रहेंगी। व्हीआईएसएम द्वारा नर्सिंग विधार्थीयों को सघन प्रशिक्षण एवं शिक्षा प्रदान कर समाज एवं देश की सेवा की जा रहीं है। आज भी नर्सिंग प्रोफेशन के डिमांड सप्लाई मंे काफी अन्तर देखने को मिलता है और इस क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाए है। मुझे आशा है कि कान्फ्रंेस मंे सम्मिलित होने वाले प्रतिभागियों के साथ- साथ छात्र-छात्राओं को भी विषय पर वहुमुल्य जानकारी मिलेगीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहें डाॅ. डी.के. दुबे डायरेक्टर डीआरडीओ ने मंच से बोलते हुए कहा कि शिक्षा क्षेत्र में मिल रही जानकारी को ज्ञान में परिवर्तित होना चाहिए एवं ज्ञान को बुद्धिमत्ता में रूपांतरित करना चाहिए ताकि उससे समाज लाभान्वित हो सके। कार्यक्रम की गेस्ट आॅफ आॅनर डाॅ. सरोज कोठारी डीन ज्ीआरएमसी ने उपस्थित छात्र-छात्राओं को बताया कि नर्सिंग एक पवित्र प्रोफेशन है एवं इसे मानव सेवा मानकर सम्पादित करना चाहिए रोगियों पर दवाईयों से होने वाले किसी भी दुषप्रभाव पर तुरंत कार्यवाही करते हुए उसकी समुचित जानकारी संस्था को प्रेषित करना चाहिए ताकि ऐसी दवाओं के सम्बन्ध में एक रिपोर्ट तैयार की जा सके। संस्थान के चेयरमैन डाॅ. सुनील राठौर ने महाविद्यालय की स्थापना से लेकर अभी तक की शैक्षणिक यात्रा पर प्रकाश डाला उन्होने कहा कि व्हीआईएसएम का उद्देश्य मात्र शिक्षा देना नहीं है बल्कि उसकी गुणवत्ता पर फोकस करना है आज अन्य विषयों के साथ-साथ नर्सिंग विषय के छात्र भी सिविल सेवा तक अपनी सफलता अर्जित कर रहें है। इस महाविद्यालय से पासआउट हुए छात्र-छात्राऐं देश के कई संस्थानो एवं चिकित्सालयों में कार्य करते हुए अपनी विशिष्ट पहचान बनाएं हुए है। प्रदेश में जितने भी नर्सिंग संस्थान है उसमें से लगभग आधे ग्वालियर चम्बल संभाग में स्थित है। इस महाविद्यालय के कई छात्र-छात्राओं ने प्रवीणता सूची में अपनी जगह बनाई है। साथ ही उन्होने इस बात को भी रेखाकिंत किया कि गरीबी रूपी रावण को शिक्षा ही मार सकती है। कान्फ्रंेस में एम्स दिल्ली से पधारी रिंपल शर्मा ने नर्सिंग क्षेत्र में हो रहें नये नये शोधो एवं प्रयोगो पर प्रकाश डालते हुए अपना शोध पत्र पढा। नेशनल कान्फ्रंेस में नई दिल्ली, पंजाब, महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्यप्रदेशव एवं उत्तरप्रदेश के व्याख्याता भाग ले रहें है जो दो दिन तक अपने शोधो से सम्बन्धित पत्र प्रस्तुत करेंगे। इसके अतिरिक्त देश के विभिन्न राज्यो से 400 से अधिक छात्र-छात्रा भी कान्फ्रंेस में सम्मिलत हुए। इस अवसर पर संस्थान की चेयरपर्सन श्रीमती सरोज राठौर, ग्रुप निदेशक डाॅ. प्रज्ञा सिंह नर्सिंग डायरेक्टर जयश्री अजित एवं नर्सिंग प्राचार्या के साथ-साथ समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहें।
व्हीआईएसएम काॅलेज में नर्सिंग विषय पर प्रांरभ हुई दो दिवसीय नेशनल कान्फ्रेंस