कांग्रेस जिला अध्यक्ष के पद पर अशोक सिंह की नियुक्ति प्रमोशन या डिमोशन नियुक्ति से पद के दावेदारों में मायूसी।

प्रदेश में कांग्रेस के साथ इतना सब कुछ हो जाने के बाद भी कांग्रेस पार्टी और उसके आला नेताओं ने लगता है कोई सबक नहीं लिया है प्रदेश में होने जा रहे  विधानसभा उप चुनाव की तैयारियों को लेकर बयान बाजीयां चल रही हैं लेकिन इनके बीच में जो कुछ हो रहा है वह शायद पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ताओं को मंजूर नहीं है शनिवार को कांग्रेस के प्रदेश के बड़े नेता प्रदेश उपाध्यक्ष अपेक्स बैंक के पूर्व अध्यक्ष एवं ग्वालियर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के कई बार प्रत्याशी रहे अशोक सिंह को ग्रामीण कांग्रेस जिला अध्यक्ष की कमान सौंपी गई कांग्रेसी कार्यकर्ताओं का मानना है कि यह नियुक्ति अशोक सिंह का प्रमोशन है या डिमोशन पहले से ही पार्टी में भारी-भरकम पद और जिम्मेदारी संभाल रहे अशोक सिंह को ग्रामीण जिला अध्यक्ष की जिम्मेदारी दे देना यह दर्शाता है कि पार्टी में नए चेहरों को कोई तर जी नहीं है कांग्रेस के ग्रामीण जिला अध्यक्ष मोहन सिंह राठौर के ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथजाने के बाद कांग्रेस ग्रामीण अध्यक्ष का पद खाली पड़ा हुआ था और पार्टी के युवा और नए चेहरों को उम्मीद थी कि इस बार कांग्रेसी पार्टी में इतना सब हो जाने के बाद शायद सबक लेंगे और पार्टी के नए चेहरों को जिम्मेदारी और मौका देंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ एक बार फिर दिग्विजय सिंह पार्टी पर हाबी दिखाई दिए उन्होंने आनन-फानन में अशोक सिंह को यह जिम्मेदारी दिलवा दी ग्वालियर कांग्रेस ग्रामीण का जिला अध्यक्ष बनाए जाने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक सिंह को इसका क्या राजनीतिक फायदा होगा यह तो नहीं मालूम लेकिन उनकी इस नियुक्ति ने कई नए चेहरों को मायूस कर दिया है ज्योतिरादित्य सिंधिया के पार्टी छोड़ने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पार्टी को हाईजैक करते हुए दिखाई दे रहे हैं उन्होंने जहां अपने कट्टर समर्थक पूर्व मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह  को ग्वालियर चंबल संभाग में विशेष महत्व देना शुरू कर दिया है साथ ही नेता प्रतिपक्ष के रूप में भी उनकी ताजपोशी की चर्चाएं की जा रही है इससे उनके समकक्ष अन्य विधायक एवं पूर्व मंत्री खासे नाखुश और नाराज हैं चर्चाएं तो यह भी है कि ग्वालियर अंचल के वरिष्ठ विधायक एवं पूर्व मंत्री  कोई बड़ा कदम  उठा सकते हैं और कोई बड़ा कदम उठा सकते हैं शनिवार को एक अन्य राजनैतिक घटनाक्रम के बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा ने कई जिलों के जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की इसमें ग्वालियर जिला एवं ग्रामीण के अध्यक्ष की नियुक्ति भी की गई है जो नए चेहरे के रूप में है दोनों ही पार्टियों के इन नियुक्तियों में दो अलग अलग तरीके के संदेश दिखाई दिए या कांग्रेस की नियुक्ति से यह दिख रहा था कि कांग्रेस के पास उन चेहरों के अलावा कोई नया चेहरा नहीं है वहीं भाजपा की नितियों से यह साफ दिखाई दिया कि भाजपा के पास नई चेहरों की भरमार है और पार्टी दूसरी पंक्ति के नेताओं को भरपूर अवसर देने के लिए तैयार है।